संचार नाउ। उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे के विकास की रफ्तार और तेज होने जा रही है। प्रदेश सरकार ने गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने का फैसला किया है। इस कनेक्टिविटी से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, इंडस्ट्रियल पार्क और अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स तक पहुंच आसान हो जाएगी। एक्सप्रेसवे के इस जुड़ाव से लॉजिस्टिक्स, व्यापार, और औद्योगिक विकास को गति मिलेगी।

दरअसल, उत्तर प्रदेश में ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क का विस्तार किया जा रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे, जो मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा होगा, उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे है। इसे यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना से दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बीच सीधी कनेक्टिविटी बनेगी। यह फैसला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

यमुना एक्सप्रेसवे से कनेक्टिविटी के फायदे
नोएडा एयरपोर्ट तक सीधी पहुँच – गगा एक्सप्रेसवे से सफर कर रहे यात्री और लॉजिस्टिक्स कंपनियां सीधे यमुना एक्सप्रेसवे के जरिए जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगी।

फिल्म सिटी को बढ़ावा – यमुना एक्सप्रेसवे के पास विकसित हो रही यूपी की पहली फिल्म सिटी में जाने के लिए यह नया रास्ता फिल्म निर्माताओं और कलाकारों के लिए सुविधाजनक होगा।

औद्योगिक विकास को गति – यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र में बनने वाले इंडस्ट्रियल पार्क और लॉजिस्टिक हब को उत्तर प्रदेश के बाकी हिस्सों से जोड़ा जा सकेगा, जिससे उद्योगों को बड़ा फायदा मिलेगा।

पर्यटन और व्यापार को लाभ – आगरा, मथुरा और वृंदावन जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी, जिससे राज्य के पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर में नया अध्याय – गंगा एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे का यह जुड़ाव न केवल ट्रांसपोर्टेशन को आसान बनाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक नए औद्योगिक और आर्थिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी मदद करेगा। इससे प्रदेश को देशभर के निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाने में सहायता मिलेगी।

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे के 44 वे किलोमीटर से एक नया लूप बनाया जा रहा है जो यमुना एक्सप्रेसवे से सेक्टर 22 डी के पास आकर जुड़ेगा यह एक्सप्रेसवे 73.3 किलोमीटर लंबा होगा। इस एक्सप्रेसवे में बुलंदशहर और गौतम बुध नगर के गांव सम्मिलित है। इसके बनने से यमुना सिटी के सभी इंडस्ट्रियल सेक्टर, फिल्म सिटी व इंस्टीट्यूशन सेक्टरो को लाभ होगा। यह एक्सप्रेसवे 130 मीटर व सेक्टर 21 व 28 के बीच मे जो रोड उसमें मिलेगा। वहाँ पर 100 – 100 मीटर के चार इंटरचेंज बन रहे है उसमें यह जुड़ेगा। इस कनेक्टिविटी से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और निवेश के नए अवसर पैदा होंगे।

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